bakara aur haathee kee kahaanee.बकरा और हाथी की कहानी।
हेलो दोस्तों आज हम बताएंगे बकरा और हाथी की कहानी के बारे में। हाथी और बकरा दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वह हाथी डरता था उसे लगता था कि जो अगर शेर आ गया तो हम दोनों को खा जाएगा। तो बकरा उसे बहुत समझाया कि तुम चिंता नहीं करो से नहीं आएगा। मगर हाथी मान नहीं रहा था। तो बकरे ने सोचा कि हमें हाथी को इस डर से दूर करना होगा। 1 दिन बकरा और हाथी एक तालाब में पानी पीने गए। मगर पानी पीने के मजाए हाथी इधर उधर देख रहा था। कि कहीं शेर ना आ जाए और हम दोनों को खा जाए। जैसे ही सोचा वैसे ही हाथी ने देखा कि उसके आगे शेर आ रहा था। तब फिर हाथी यह सोचा कि शेर से बचने के लिए भागना होगा। फिर बकरे ने कहा मेरे प्यारे दोस्त मैं जितनी भी तेजी से भागे मगर हम दोनों को शेर पकड़ लेगा। बकरा हाथी से कहा कि घबराओ मत यहां मेरे साथ आओ मैं सब संभाल लूंगा। हाथी को तभी सक था कि शेर हमको मार डालेगा।
फिर वैसा ही हुआ जैसा ही सोच रहा था। जब शेर तालाब के पास आया और बकरा हाथी के पीठ पर जाकर बैठ गया। और कहा कि चलो शेर का सामना करते हैं। फिर हाथी सोचा आब शेर से बचने के लिए और कोई भी चारा नहीं है। और फिर दरता हुआ शेर के तरफ चल दिया। और फिर शेर ने देखा तो शेर ने बोला तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमारे सामने आने की। तो फिर बकरे ने बोलना कि ज्यादा दिखाया मत करो। अब तक मैंने 99 शेरों को मार चुका हूं। और जो अगर मैंने तुझे भी मारा तो पूरे सौ हो जाएंगे। और जब बकरे की यह बात से ने सुनी तो शेर घबरा आ गया और पीछे बढ़ गया। मगर शेर के मन में दुविधा थी। उसने गुस्सा में बोला तुमने सच में 99 शेरों को मारा है। तब फिर बकरा अपनी आंखें बंद करी और मंत्र पढ़ने लगा। शेर जब बकरा को मंत्र पढ़ते देखा तो शेर वहां से भाग गया। जब शेर भाग गया तब हाथी बहुत खुश हुआ और हाथी बकरा से बोला मेरे मित्र ऐसे कैसे तुमको शेर को भगा दिया।
फिर बकरे ने बोला मैंने एक देवता से कुछ दिन पहले प्रार्थना की थी। वह मेरी प्रार्थना से प्रसन्न होकर उन्होंने हमको फिर एक शक्ति दी थी। मैंने उस शक्ति से 99 शेरों को मारा है इसीलिए हमने तुमसे कहता था कि हिम्मत से रहो कुछ नहीं होगा। उसके बाद में हाथी साहसी बना गया। और फिर शेर को भागते लोमड़ी ने देखा। और शेर से पूछा कि अरे से तुम इतने डरे हुए कहा को भागे जा रहे हो क्या हुआ है। तो शेर ने कहा बातें करना बंद करो मैंने अभी एक बकरे से मिला उसके पास बहुत सारी शक्ति है। और एक बात पता है उसने 99 शेरों को मार चुका है। उस जो अगर मुझको भी मार डालेगा तो उसके 100 शेर मारने का उद्देश्य पूरा हो जाएगा। यह सुनकर लोमड़ी हंसने लगी। और बोली अरे शेर ऐसा कैसे हो सकता है। उसने तुमको फसाया हो बकरा घास खाने वाला जानवर शेर को कैसे मार सकता है। लोमड़ी फिर उसने हंसने लगी। और बोली में अपनी हंसी रोक नहीं पाती हूॅं।
तो शेर ने बोला तुम हॅस क्यों रही हो तुम भी जब देखो गी तो तुमको भी समझ में आ जाएगा। और फिर लोमड़ी ने कहा अरे शेर घबराओ मत हम तुम साथ में चलेंगे मैं सब संभाल लूंगी। ऐसा कह कर लोमड़ी चलने लगी। पर शेर वहीं पर रुक गया लोमड़ी ने कहा अरे तुम तो जंगल के साहसी प्राणी हो। तुम एक काम करो या दौड़ी लो और मेरे गले में बाध दो और अपने हाथ में पकड़ लो। घबराओ मत फिर दोनों तालाब के पास आए। बकरा उनको आते हुए देखा लिया। हाथी वहाॅ से भाग ही रहा था बकरा उसको रोका और उसकी पीठ पर बैथ गया। और फिर बकरा ने कहा दोस्त डोमरी जैसे मैंने कहा वैसे ही तुमने किया। तुम्हारी होशियारी से मैं अपना 100 शेर मारने का उपदेश पूरा कर सकूंगा। मैं शेर को मारूंगा और तुम उसको खा लेना। फिर बकरे ने अपनी आंखें बंद कर ली और मंत्र पढ़ना शुरू कर दिया। शेर ने सोचा लोमड़ी हमको फसाया है। और फिर शेर अपने पंजों से लोमड़ी को पकड़कर मार डाला। और फिर शेर वहां से भाग गया इसके बाद में हाथी और बकरा वह दोनों बिना डर से प्यार से खुशी से रहने लगे।
शिक्षा संकट का सामना हमेशा हिम्मत से करें दरे मत।
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